आयुष्मान भारत योजना के तहत देश के गरीब नागरिकों को प्रदान किया जाने वाले आयुष्मान कार्ड के तहत प्रतिवर्ष 5 लाख के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है, इसके तहत देशभर के 10 करोड़ परिवारों को कवर किए जाने का लक्ष्य सरकार द्वारा रखा गया है.
देश में गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन कर रहे पात्र नागरिक जिनका नाम उनके क्षेत्र के आयुष्मान सूची में है, वे आयुष्मान कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट – beneficiary.nha.gov.in पर जाएं।
- दाहिनी तरफ लॉग इन बॉक्स में अपना मोबाइल नंबर और OTP डालकर लॉग इन करें।
- नए पेज पर अपने स्थान की जानकारी भरें। इससे उस स्थान की आयुष्मान कार्ड लिस्ट देख सकेंगे।
- पात्र नागरिकों के नाम इस सूची में आप देख सकते हैं। जिनका कार्ड नहीं बना है, उनके नाम के आगे Not-Generated दिखेगा।
- आवेदन करने के लिए Action बटन पर क्लिक करें।
- आधार OTP से KYC प्रक्रिया पूरी करें और हालिया फोटोग्राफ अपलोड करें।
- मोबाइल नंबर, धर्म, जन्मतिथि, पिनकोड, जिला, और गाँव जैसी जानकारी भरें और सबमिट करें।
पंजीकरण के बाद आपके दस्तावेज़ों का सत्यापन राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (State Health Agency - SHA) द्वारा किया जाता है, तथा सत्यापन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई जाती है, जिसमें आपके द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज़ों की पुष्टि की जाती है।
प्रक्रिया पूरी होने के बाद, कुछ दिनों में आपका आयुष्मान कार्ड अप्रूव हो जाएगा। इसके बाद आप इसे प्राप्त कर सकते हैं।
डाउनलोड
जब आपका सत्यापन पूरा हो जाता है, तो आप अपने आयुष्मान कार्ड को Ayushman Bharat पोर्टल या Ayushman App के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए आपको पोर्टल पर लॉगिन करना होगा, जहां आप आधार नंबर या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का उपयोग कर सकते हैं।
लॉगिन करने के बाद, आपको आयुष्मान कार्ड डाउनलोड का विकल्प दिखाई देगा, जिस पर क्लिक करके आप अपने कार्ड को PDF प्रारूप में आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
पात्रता
इस योजना के तहत ग्रामीण और शहरी लोगों के लिए पात्रता की सूची इस प्रकार है:
ग्रामीण लाभार्थी
- एक कमरे वाले घर में कच्ची दीवार और कच्ची छत के साथ रहने वाले परिवार।
- वे परिवार जिनमें 16 से 59 वर्ष की आयु का कोई वयस्क पुरुष सदस्य नहीं है।
- ऐसे परिवार जिनमें विकलांग सदस्य हैं और कोई सक्षम वयस्क सदस्य नहीं है।
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (SC/ST) परिवार।
- भूमिहीन परिवार जिनकी आय का मुख्य स्रोत अस्थाई शारीरिक श्रम है।
शहरी लाभार्थी
- कूड़ा उठाने वाले लोग।
- भिक्षुक।
- घरेलू कार्य करने वाले लोग।
- स्ट्रीट वेंडर, चर्मकार, फेरी वाले, और अन्य सड़कों पर काम करने वाले सेवा प्रदाता।
- निर्माण कार्य में लगे श्रमिक जैसे मेसन, प्लंबर, पेंटर, वेल्डर, सुरक्षा गार्ड, कुली आदि।
- सफाई करने वाले, स्वच्छता कार्यकर्ता, माली।
- घरेलू कार्य करने वाले, कारीगर, हस्तशिल्प कार्यकर्ता, दर्जी।
- परिवहन कर्मी जैसे ड्राइवर, कंडक्टर, ड्राइवर के सहायक, रिक्शा चलाने वाले।
- दुकानदार, सहायक, छोटे प्रतिष्ठान में काम करने वाले, वितरक सहायक, परिचर, वेटर।
- इलेक्ट्रीशियन, मैकेनिक, असेंबलर, मरम्मत कार्यकर्ता।
- वाशरमैन, चौकीदार।